हत्याकांड का खुलासा बहिन ने सुपारी देकर करवाई भाई की हत्या दो लाख थी सुपारी की कीमत सभी पाँच आरोपी पुलिस गिरफ्त में। घटना में प्रयुक्त वाहन सहित हथौड़ी, गाड़ी का जैक चढ़ाने वाली टॉमी जप्त।

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हत्याकांड का खुलासा बहिन ने सुपारी देकर करवाई भाई की हत्या दो लाख थी सुपारी की कीमत सभी पाँच आरोपी पुलिस गिरफ्त में। घटना में प्रयुक्त वाहन सहित हथौड़ी, गाड़ी का जैक चढ़ाने वाली टॉमी जप्त।
घटना का संक्षिप्त विवरण दिनांक 14.10.22 को प्रातः साम चौकीदार तिरडी सीताराम पिता स्तनलाल बागरी ने सूचना दी कि तनोडिया रोड रतनसिंह की राडी (माले) वाले खेत में एक अज्ञात व्यक्ति भरा पड़ा है। सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची पाया कि एक अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। जिसके मुँह व गले पर हरे रंग का गमछा बंधा था. सिर व शरीर स्थानों पर चोट के निशान थे। अज्ञात शव की पहचान नहीं होने पर गर्ग जांच उपरांत अपराध क्रमांक 427/22 धारा 302.201 भादवि का पंजीबद्ध किया गया। पुलिस टीम का गठन : घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह एवं पुलिस उप महानिरीक्षक श्री अनिल सिंह कुशवाह के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक उज्जैन श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर मृतक की पढ़वान एवं अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु एस आई.टी का गठान किया गया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आत्माराम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा अज्ञात व्यक्ति के हत्याकांड को चुनौती के रूप में लिया जाकर उनके मार्गदर्शन में अ०जा पुलिस तराना श्री आर आर आवासीय के नेतृत्व में थाना प्रभारी माकडन अशोक शर्मा व सायबर सेल प्रभारी प्रतीक यादव को घटना के सभी बिन्दुओ पर सूक्ष्मता से जाँच कर आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। किस प्रकार से हुआ मामले का खुलासा : गठित पुलिस टीम ने घटनास्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर घटना का पुनचित्रण किया गया। घटना स्थल पर मृतक के जूतों के अतिरिक्त खून आलूदा पत्थर तथा घटना स्थल के पास गाड़ी की हेडलाइट के टुकड़े भी मिले थे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि घटना स्थल के पास कोई वाहन अनियंत्रित होकर रोड से उत्तर कर क्षतिग्रस्त हुआ हो । विवेचना के दौरान ज्ञात हुआ विकि 13.10.22 रात्रि में घटनास्थल के आसपास मारुति अल्टो कार झाडियो में गुस गई थी जिसमें डाबडा- राजपूत निवासी एक व्यक्ति अपने साथियों के साथ मौजूद था। विवेचना में पाया गया कि वाहन स्वामी का पुत्र पटना दिनांक से घर नहीं लौटा था। तकनीकी सहायता से पता चला कि उक्त व्यक्ति अपने तीन अन्य साथियों के साथ मृतक व एक अन्य व्यक्ति को शांति पैलेस चौराहा उज्जैन से लेकर रात्रि में रूपाखेड़ी तो अपनी अल्टो वाहन से पहुँचा था किन्तु लौटा इस पाहन से नहीं था। संदेह के आधार पर उक्त व्यक्ति की तलाश की गई पकड़े जाने पर कड़ी पूछताछ में पटना अपने 04 साथियों के साथ कारित करना स्वीकार किया। आरोपीया निवासी इंदौर का बैतूल निवासी भाई (मृतका से पिछले 2 वर्ष से पारिवारिक विवाद चल रहा था मृतक आरोपिया व उसकी माँ को पैसों के लिये प्रताड़ित करता था। आरोपिया ये शिकायतें उज्जैन निवासी अपने पुराने मित्र से किया करती थी। पिछले माह आरोपिया ने यह निश्चय कर लिया था कि अब भाई को सस्ते से हटाना ही होगा इसके लिये अपने इस मित्र को अपने भाई की हत्या करने को राजी कर लिया। घटना व शय की पहचान छिपाने के लिये आरोपिया में बैतूल निवासी अपने मित्र के साथ अपने भाई (मृतक को भेजने के लिये तथा सुपारी के लिये 12 लाख रुपये देने के लिये तैयार थी दो किश्तों में एडवांस 55.000/- रुपयेइंदौर में दे दिये थे । मित्र ने अपने साथियों को पूरी बात बताई दोनों साथी पैसों के लिये काम करने को राजी हो गये। वाहन स्वामी को रुपये 25,000/- तथा दूसरे साथी को 15,000/- एडवांस देकर स्वयं के पास रुपये 15,000/- या लिये। नवरात्रि में अरोपिया इंदौर से जब अपने घर बैतूल गई तो भाई (मृतक) ने घर में घुसते ही पैसो के लिये छगडा शुरु कर दिया माँ ने रोकना चाहा तो माँ का गला दबाने लगा व्यथित होकर आरोपिया पडौस में रहने वाली अपनी सहेली के यहाँ खाने चली गई और मौके का इंतजार करने लगी। घटना को अंजाम देने के लिये आरोपिया ने अपने भाई मूलक) के बैतूल निवासी मित्र को योजना में शामिल कर लिया। योजना में इसे मृतक को महाकाल मंदिर दर्शन करने के लिये साथ ले जाना था तथा उज्जैन पहुँचकर दूसरे आरोपियों को साथ लेकर मृतक को शराब पिलाकर उसकी हत्या कर शव को उज्जैन से बाहर जलाकर मृतक की पहचान मिटा देना थी। योजना के अनुसार दिनाँक 12.10.2022 को बैतूल निवासी आरोपी ने मृतक को महाकाल मंदिर दर्शन हेतु राजी कर लिया । रात्री की ट्रेन से दिनाँक 13.10.2022 की सुबह दोनो उज्जैन पहुँचे मंदिर दर्शन के बाद दोनों ने शराब पी। दोपहर में बैतूल निवासी आरोपी ने उज्जैन निवासी साथी आरोपीयों को शांति पैलेस बुलाया जिसके बाद सभी ने पीला खाना शुरू कर दिया। गाड़ी में घूमते हुए आरोपीगण मक्सी रोड पर चलने लगे आत्याधिक नशा करने के कारण मृतक नशे में बेसुध हो गया। तसना के आगे रुपाखेडी से पहले पीछे की सीट पर बैठे आरोपी ने योजना अनुसार चलती हुई गाड़ी में मुतक का गला ब्लेड से काट दिया। मृतक के मरने का इंतजार करते हुए सभी आरोपी शराब पीते गाडी चलाते जा रहे थे। ग्राम विरडी मोड पर गाड़ी अनियंत्रित ठोकर झाडियों में घुस कर फस गई। पकड़े जाने के डर से घबराकर आरोपियों ने मृतक को रोड किनारे मारकर नाले में फेकने का निर्णय लिया। मृतक की गाड़ी से निकालकर रोड किनारे आरोपियों ने वाहन में रखी हतौंडी व जैक चढ़ाने की टॉमी से मृतक के सिर पर वार किये तथा शव को नाले में फेंक दिया, गाड़ी में रखी पेट्रोल की कुप्पी के पेट्रोल से शव को जलाने का सोचा। किन्तु रोड पर गाड़ी की हालत देखकर राहगीर रुकने लगे थे इसलिये शव नहीं जलाया। राहगीरों की सहायता से अरोपीयों ने आल्टो को खिचवाकर बरती के पास साड़ी, करवा दी थी। घटना के पाँचों आरोपीयों ने अपराध करना स्वीकारा हैं आरोपीयों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त सफेद रंग की अल्टो वाहन . मृतक के शरीर पर वार करने उपयोग की गई हथौंड़ी, गाड़ी का जैक चढ़ाने चाली टॉमी, खूल आलूदा पत्थर जप्त कर आरोपीयों को गिरफ्तार किया गया है जिन्हें माननीय न्यायालय पेश कर पुलिस रिमांड लिया जायेगा। सराहनीय योगदान थाना प्रभारी माकडौन उप निरी. अशोक शर्मा, उप निरी. शान्तिलाल मौर्य, उप निरीक्षक जुवेदा शेख, प.उ.नि. फाल्गुनी पाल सउनि एव एस मेवाडा, सउनि अजय कुमार माथुर, सउनि चन्द्रबहादुर सिंह भदौरिया, प्रआर 945 मनोहर जाटव, आर 198 कृपा शंकर, आर. 591 भूपेन्द्र सिह, आर. 1489 राम मूर्ति, आर 868 पवन शर्मा, आर 1818 ललित राठौर, आर 1762 कुलदीप सिंह, सैनिक 164 रमजान, सैनिक 195 भंवरसिहं राजपूत चालक सैनिक 229 कालुगिरी सायबर सेल प्रभारी उप निरी. प्रतीक यादव प्रसार प्रेम सभरवाल, प्र. आर राजपाल चंदेल, सैनिक 514 सुनील सिंह की सराहनीय भूमिका रही।

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