आज विजयादशमी पर धूमधाम व शाही ठाट बाट से बाबा महाकाल की सवारी जावेगी दशहरा मैदान. शमी वृक्ष पूजन का विशेष महत्त्व “

Listen to this article

आज विजयादशमी पर धूमधाम व शाही ठाट बाट से बाबा महाकाल की सवारी जावेगी दशहरा मैदान.
शमी वृक्ष पूजन का विशेष महत्त्व
“”श्री महाकाल लोक”” अर्पण के परिप्रेक्ष्य में बाबा महाकाल की सवारी को पूर्ण वैभव व विस्तृत रूप दिये जाने की तैयारिया पूर्णताकी ओर हैँ.
आज प्रातः 7.30 बजे ध्वज – पूजन कर श्री महाकालेश्वर मंदिर के शिखर परपरंपरागत नव ध्वज चढाया जावेगा.
भगवांन श्री महाकाल की सवारी सभामंडप में पूजन पश्चात सांय 4.00 बजे मंदिर से निकलेगी व परम्परागत मार्ग गुदरी चैराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, सराफा, सती गेट, नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा,देवास गेट, चामुंडा चौराहा से टावर के रास्ते पुराने कलेक्टर बंगले के सामने से होती हुई दशहरा मैदान पंहुचेगी. जंहा “”शमी के वृक्ष”” का पूजन जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा किया जावेगा. विजयादशमी के दिन सर्व सिद्धि योग होकर शमी वृक्ष पूजन से समस्त पुण्य प्राप्ति व कष्ट निवारण होता है. बताया जाता है कि पांडवों के वनवास होने पर उन्होंने समस्त अस्त्र शस्त्र शमी के वृक्ष को सौंप दिए थे बाद में पूजन पश्चात पुनः प्राप्त किये गए थे.
भगवानजी की सवारी में घुड़सवार दल, पुलिस बैंड, हाथी आदि के साथ ही भजन मंडलियां, झांझ-मंजीरे, “महाकाल-लोक” की अद्भुद झाँकी, मुम्बई की प्रसिद्ध
“”आराध्य ढोल पार्टी””,
पुणे की
“” नाद ब्रह्म ढोल पार्टी “”
विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी. ज्ञातव्य है कि श्री महाकाल लोक अर्पण सभी का उत्सव बनकर पूरा शहर उल्लासमय व उत्साह से तरंगित हो गया है.नगर के मार्गों पर रंगोली, पुष्प सज्जा, स्वागत मंच बनाये जा रहे हैं.

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे