*गीता और बौद्ध दर्शन से प्रेरित रहे गांधी-डॉ.ज्योति* महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन के राष्ट्रीय स्वयं सेवा द्वारा अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के जयंती का आयोजन किया गया।

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*गीता और बौद्ध दर्शन से प्रेरित रहे गांधी-डॉ.ज्योति*
महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन के राष्ट्रीय स्वयं सेवा द्वारा अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के जयंती का आयोजन किया गया। साथ ही गांधीजी की आत्मकथा“ सत्य के प्रयोग ” के कुछ अंशों का वाचन किया गया।
मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित डॉ. ज्योति उपाध्याय आचार्य सामाजिक विज्ञान विभाग विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने कहा कि गांधीजी के आलोक में नवीन जीवनयात्रा प्रारंभ करना है गांधी जी की छवि के तीन प्रतीक है धोती ,छड़ी और चश्मा। सारे विश्व को इन प्रतीकों ने नवीन दिशा प्रदान की है। यह तीनों विश्वदर्शन के प्रतीक हैं । उन्होंने बताया कि गांधी जी के जीवन मे गीता, बौद्ध दर्शन, जैसे दार्शनिक सिद्धान्तों का प्रभाव रहा है। सत्य-अहिंसा-सर्वोदय एवं आत्मानुशासन गांधी जी के व्यवहार में था। स्वयं से समाज ,समाज से राष्ट्र की उन्नति का विचार है गांधी। जाति लिंग भेद से ऊपर आकर गांधी जी की विचारधारा रही है जिसका उद्देश्य वसुधैव कुटुम्बकम एवं समाज कल्याण रहा है।
अध्यक्षता कर रहे माननीय कुलपतिः महोदय ने कहा कि समाज की छोटी इकाई से ही विकास सम्भव है। उन्होंने समाज मे फैली कुरीतियों को दूर करने हेतु भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हम नशा मुक्त समाज बनाने में सहयोग कर सकते हैं, लेकिन शुरुआत स्वयं से करनी पड़ेगी। कार्य कर प्रति समर्पण भाव एवं व्यसन मुक्त जीवन ही गांधी जी का विचार रहा है जिसका अनुकरण एवं पालन हमारे लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों व छात्रों का यह लक्ष्य होना चाहिए कि समाज के प्रति समर्पित रहे और आगामी भविष्य के विषय में चिंतन करें।
कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ रामकुमारी एवं समूह द्वारा कुलगान द्वारा किया गया साथ ही गांधी जी के प्रिय भजन *वैष्णव जन….* और *रघुपति राघव राजा राम* का गायन भी किया गया। स्वागत भाषण एन. एस. एस. प्रभारी डॉ. उपेन्द्र भार्गव एवं धन्यवाद ज्ञापन विभाग समन्वयक डॉ.तुलसीदास परौहा का रहा। छात्र शिवशीष एवं सचिन ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन छात्र श्रीराम तिवारी का रहा।
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा रतलाम जिला स्थित विकासखंड बाजना के ग्राम कुंदनपुर में सिकल सेल एनीमिया जांच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें सिकलसेल पीड़ित बच्चों को चिन्हित कर उनके उपचार तथा समुचित देखरेख की व्यवस्था के विषय में बीएमओ से चर्चा की गई। इस अवसर पर विकास खंड चिकित्सा अधिकारी जसवाल शासकीय महाविद्यालय बाजना के रासेयो प्रभारी डॉ. गब्बर सिंह, डॉ चौहान सहित अन्य चिकित्सा एवं प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे। दल का मार्गदर्शन रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ उपेन्द्र भार्गव ने किया।

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