भय ,चिंता ,अवसाद से मुक्त हो स्वाबलंबी ,आत्मनिर्भर जीवन जीने का जन पुरोहित प्रशिक्षण शिविर संपन्न

Listen to this article

भय ,चिंता ,अवसाद से मुक्त हो स्वाबलंबी ,आत्मनिर्भर जीवन जीने का जन पुरोहित प्रशिक्षण शिविर संपन्न
(देश का प्रथम महिला जन पुरोहित प्रशिक्षण शिविर संपन्न)
अखिल विश्व गायत्री परिवार का ध्येय वाक्य *वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिता:* अर्थात हम पुरोहित राष्ट्र को जागृत और जीवंत बनाए रखेंगे का संकल्प लिया गया है। भारतीय संस्कृति में राष्ट्र शब्द व्यापक अर्थ में प्रयुक्त हुआ है। इसकी सीमाएं विस्तृत हैं । वसुधैव कुटुंबकम के भाव हमारे राष्ट्र शब्द में समाहित हैं। अर्थात हम पूरे विश्व का हित करने वाले, कल्याण चाहने वाले हैं।फिर हमारीअपनी आधी नारी शक्ति पिछड़ी न रह जाए इसके शुरुआती दिनों से ही नारी जागरण अभियान चला रहा है। यह वर्ष शांतिकुंज हरिद्वार ने नारी सशक्तिकरण वर्ष घोषित किया है। इसके तहत नारी सशक्तिकरण के लिए अनेक प्रकल्प संचालित किए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में केंद्रीय कारागार भेरूगढ़ उज्जैन में एक माह का महिला जन पुरोहित प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया जो वुधवार 10अगस्त को संपन्न हो गया।देश में महिलाओं के लिए यह प्रथम जन पुरोहित प्रशिक्षण शिविर था। इसमें बंदी सभी बहनों (करीब 196)ने बिना किसी भेदभाव के भागीदारी की ,जिनमें से करीब 100 बहनों की सक्रिय भागीदारी रही। इन्हें प्रशिक्षण के दौरान प्रारंभिक कर्मकांड, संस्कार,पर्व त्यौहार मनाने की विधि व्यवस्था, संगीत वक्तत्व कला, स्वावलंबन का प्रशिक्षण दिया गया। जिससे यह अपना आगामी जीवन स्वाभिमान पूर्वक यापन कर सकेंगी। शिविर के दौरान 30 बहनों ने गायत्री महामंत्र की दीक्षा ली इनके तीन बच्चों का विद्यारंभ संस्कार एवं एक बच्चे का अन्नप्राशन संस्कार भी कराया गया।
जेल अधीक्षका श्रीमती ऊषा राज ने बताया कि गायत्री परिवार की बहिनों श्रीमती माधुरी सोलंकी ,श्रीमती मीनाक्षी कानडे, श्रीमती विद्या शर्मा, श्रीमती श्वेता प्रियदर्शी ,डाॅ.रुचिका खंडेलवाल,डॉ. वंदना जोशी, श्रीमती उर्मिला तोमर ,श्रीमती ज्योति शर्मा ,श्रीमती उर्मिला जोशी, श्रीमती नीति टंडन द्वारा इनके लिए प्रशिक्षण के साथ प्रायश्चित संकल्प कराकर नवीन जीवन की संजीवनी प्रदान की। हमारी बहुत सी बहनें अवसाद से बाहर निकलकर भयमुक्त देखी गई हैं। हम गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
समापन सत्र में इन्हें उप अधीक्षक श्री सुरेश गोयल ने प्रमाण पत्र गायत्री मंत्र लेखन पुस्तिका एवं सहयोगी पाठ्य सामग्री भी प्रदान की ।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे