*श्रावण महोत्‍सव के दूसरे रविवार 24 जुलाई को होगा* *सुश्री गौरी पाठारे का गायन, पंच नाद संस्‍था द्वारा 5 वाद्यों की प्रस्‍तुति साथ ही नृत्‍यसिध्‍दा कथक अकादमी निदेशक सुश्री रितु शर्मा शुक्‍ला के समू‍ह द्वारा कथ‍क की प्रस्‍तुति*

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श्रावण महोत्‍सव के दूसरे रविवार 24 जुलाई को होगा*
*सुश्री गौरी पाठारे का गायन, पंच नाद संस्‍था द्वारा 5 वाद्यों की प्रस्‍तुति साथ ही नृत्‍यसिध्‍दा कथक अकादमी निदेशक सुश्री रितु शर्मा शुक्‍ला के समू‍ह द्वारा कथ‍क की प्रस्‍तुति*

उज्जैन 23 जुलाई 2022। श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति, उज्‍जैन के महति आयोजन अखिल भारतीय श्रावण महोत्‍सव 2022 के दूसरे रविवार 24 जुलाई को नियोजित शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य की रसवर्षा से नटराज श्री महाकालेश्वर की आराधना के उपक्रम में सुधिजन, साधक सभी को सादर आमंत्रित हैं
*श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड ने बताया कि, मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित 17 वें अखिल भारतीय श्रावण महोत्‍सव के दूसरे रविवार को सायं 07 बजे मंदिर के समीप स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्‍व संग्रहालय सभागृह, जयसिंह पुरा उज्‍जैन में मुम्‍बई की सुश्री गौरी पाठारें के शास्‍त्रीय गायन, इन्‍दौर की पंच नाद संस्‍था के कलाकारों द्वारा समूह वादन जिसमें सुश्री श्रुति धर्माधिकारी द्वारा संतूर वादन, श्रीमती स्मिता वाजपेयी द्वारा सितार वादन, सुश्री संगीता अग्निहोत्री द्वारा तबला वादन, डॉ.रचना शर्मा द्वारा हारमोनियम व सुश्री अनुजा बोरूडें शिंदे द्वारा पखावज वादन की प्रस्‍तुति दी जावेगी। कार्यक्रम की संध्‍या का समापन उज्‍जैन की नृत्‍यसिध्‍दा कथक अकादमी निदेशक सुश्री रितु शर्मा शुक्‍ला के समू‍ह कथ‍क की प्रस्‍तुति से होगी।*
*कलाकारों का परिचय*
भारतीय शास्त्रीय संगीत की वर्तमान पीढ़ी में *सुश्री गौरी पठारे* एक चर्चित नाम है। अपने प्रशिक्षण के प्रारम्भ में किराना घराने के पंडित गंगाधर बुवा पिंपलखरे से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद गौरी ने कई वर्षों तक स्वर्गीय पंडित जितेंद्र अभिषेकी और पंडिता पद्मताई तलवलकर से विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त किया। 2010 से गौरी जयपुर घराना के पंडित अरुण द्रविड़ से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। गौरी के संगीत में तीन घरानों का प्रभाव देखने को मिलता है। गौरी द्वारा कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुतियों के साथ सम्मान प्राप्त किया गया है | जिनमें यूके, फ्रांस, स्विटजरलैंड, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, दुबई, सिंगापुर प्रमुख हैं ।
*पंचनाद संस्था,इंदौर*
अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी एवं आकाश इन पंचतत्वों से प्रेरित होकर पांच विदुषी भारतीय महिला कलाकारों ने पंचनाद समूह का निर्माण किया है | इस पंचनाद समूह में सुश्री श्रुति अधिकारी भारत की पहली महिला संतूर वादिका हैं | इन्होने संतूर वादन का विधिवत प्रशिक्षण पद्मविभूषण स्वर्गीय शिवकुमार शर्मा से प्राप्त किया है |
सुश्री स्मिता वाजपेयी एक प्रख्यात सितार वादक हैं | इन्होने सितार का प्रशिक्षण श्री अमित्वा दत्ता से प्राप्त किया है | सुश्री संगीता अग्निहोत्री मध्यप्रदेश की प्रथम महिला तबला वादिका हैं | इन्होने तबला वादन प्रशिक्षण सुविख्यात तबला वादक उस्ताद जहांगीर खान के शिष्य और अपने पिता पंडित दिनकर मुजूमदार से प्राप्त किया है | सुश्री डॉ. रचना शर्मा प्रसिद्द हारमोनियम वादक हैं और पद्मश्री पंडित तुलसीदास मोरकर की शिष्या हैं | सुश्री अनुजा बोरूडें शिंदे नवागत पखावज वादक है | अनुजा की प्रारंभिक शिक्षा स्वर्गीय वसंतराव घोरपड़कर के सानिध्य में हुई और वर्तमान में अखिलेश गुंदेचा से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है | सभी महिला कलाकार आकाशवाणी एवं दूरदर्शन की अनुमोदित कलाकार हैं। पंचनाद समूह ने अपनी कई प्रस्तुतियॉ दी है, उनमे प्रमुख रूप से पण्डित कुमार गंर्धव संगीत समारोह, देवास 2011, कालिदास समारोह उज्जैन 2012, आकाशवाणी संगीत समारोह लखनऊ 2014, तानसेन समारोह ग्‍वालियर 2019, विरासत समारो‍‍ह, देहरादून 2022 आदि
*नृत्य सिद्धाकला अकादमी उज्जैन निदेशक, श्रीमती रितू शर्मा शुक्‍ला
नृत्य सिद्धा कला अकादमी, उज्जैन द्वारा अनेक सुविख्यात राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नृत्य प्रस्तुतियाँ दी गई है | इस संस्था की निदेशिका सुश्री ऋतू शर्मा शुक्ला हैं | संस्था द्वारा ताज रंग महोत्सव- आगरा, निनाद महोत्सव-आगरा, अखिल भारतीय कालिदास समारोह-उज्जैन, कृष्णप्रिया नृत्य महोत्सव-बनारस, भारत पर्व-भोपाल आदि प्रमुख महोत्सवों में प्रस्तुतियाँ दी गई है |
नृत्यांगना सुश्री ऋतू शर्मा शुक्ला को अपनी उपलब्धियों के लिए अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हैं | जिसमे गुरु द्रोण अवार्ड, गौरव सम्मान ,मौन साधक सम्मान, ताज रंग सम्मान एवं गायत्री परिवार उदयपुर द्वारा नृत्य श्री उपाधि प्राप्त है | इसके अतिरिक्त ऋतू शर्मा को मध्य प्रदेश की प्रथम दूरदर्शन कलाकार होने का सम्मान भी प्राप्त हैं ।

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