पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता के.के. मिश्रा निगम चुनाव को लेकर मीडिया से रू बरू हुऐ। कांग्रेस कार्यालय पर ।

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मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा
ने पत्रकार वार्ता मे जानकारी दी
महाकाल की नगरी में तो चोर बदमाश भी सत्य बोलने लगते हैं फिर आप कैसे झूठ बोल गए माननीय मुख्यमंत्री जी : केके मिश्रा
उज्जैन 30 जून 2022
उज्जैन बाबा महाकाल की नगरी है। यहां चोर बदमाश भी झूठ बोलने और बुरा काम
करने से डरते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कल इस पवित्र नगरी में आए थे और झूठ बोलने में उन्होंने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। उज्जैन में भाजपा के महापौर और पार्षद प्रत्याशियों की हार का खतरा मंडराता हुआ देखकर उन्होंने ना सिर्फ अपना भाषाई संतुलन खो दिया बल्कि अपने पद की मर्यादा भी भूल गए। अगर मैंने सही से सुना है तो कल मुख्यमंत्री ने उज्जैन में कहा कि कांग्रेस की किस्मत
फूटी है। जनादेश की पीठ में धनादेश का खंजर उतारने वाले शिवराज सिंह चौहान को अच्छी
तरह से पता है कि प्रदेश की जनता आज भी कमलनाथ जी को ही अपना मुख्यमंत्री मानती
है क्योंकि उसने 5 साल के लिए कमलनाथ जी को वोट दिया था।
सत्ता का सौदा करने वाले श्री शिवराज सिंह चौहान को अच्छी तरह याद रखना चाहिए कि कांग्रेस की किस्मत नहीं फूटी है, बल्कि निकाय चुनाव में भाजपा की लुटिया डूबी है। ग्राम पंचायत के चुनाव में उनके विधानसभा अध्यक्ष के सुपुत्र तक चुनाव हार चुके हैं। चारों तरफ से भाजपा की हार की खबर आ रही है। दिल्ली में बैठे मुख्यमंत्री के आका उनकी कुर्सी के चारों पाए खिसकाने में लगे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री बौखला गए हैं।
कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबल योजना को लेकर भी सफेद झूठ बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने संबल योजना बंद कर दी थी। मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि अगर संबल योजना बंद की गई थी तो उसके बारे में कोई ना कोई सरकारी आदेश जरूर निकला होगा। रोज-रोज गाल बजाने से अच्छा है कि उस आदेश की प्रति जनता के सामने रख दें। के के मिश्रा ने कहा कि सच्चाई यह है कि कमलनाथ सरकार ने संबल योजना को और बेहतर बनाकर नया सवेरा योजना शुरू की थी। उस योजना में शिवराज सरकार की तुलना में ढाई गुना अधिक लाभार्थियों को लाभ दिए गए। शिवराज जी को मिर्च इसलिए लग रही है कि उन्होंने भाजपा के जिन कार्यकर्ताओं को फर्जी तरीके से लाभार्थी बना दिया था, उनके साथ माननीय कमलनाथ जी ने राजहंस की तरह नीर क्षीर विवेक किया और सिर्फ उचित लाभार्थियों को ही योजना का लाभ पहुंचाया।
सुना है कि मुख्यमंत्री ने कन्यादान योजना को लेकर भी यहां पर झूठ बोला है। मुख्यमंत्री जी जनता को यह सच्चाई बताइए कि कांग्रेस की सरकार में गरीब से गरीब आदमी अगर अपने घर पर मंडप डालकर अपनी बेटी का विवाह करता था तो उसको भी कन्या के विवाह के लिए ₹51000 दिए जाते थे। लेकिन आपकी सरकार ने नियम बना दिया है कि सामूहिक विवाह में होने वाली शादियों में ही कन्या के विवाह के लिए सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मिलेगी। यही नहीं इस सहायता का दो तिहाई हिस्सा आप सामान के रूप में कन्या को दे रहे हैं ताकि आप के नेता और चहेते अफसरों को भ्रष्टाचार करने का खुला मौका मिले। अरे शिवराज जी कन्या धन में तो भ्रष्टाचार से परहेज कर लीजिए।
के के मिश्रा ने कहा कि पंचायत चुनाव की तरह ही नगर पालिका के चुनाव और नगर निगम
के चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी का परचम फहराने वाला है।
शिवराज सिंह चौहान जी की पुलिस पैसा और प्रशासन का दुरुपयोग करने की सारे हथकंडे नाकाम हो जाएंगे और जनता कांग्रेस के महापौर को ना सिर्फ उज्जैन बल्कि सभी 16 नगर निगम में चुनने वाली है।
शिवराज सिंह चौहान जैसे जैसे शहरों में जाकर झूठ बोलते जाएंगे, उसी अनुपात में
भारतीय जनता पार्टी का जनाधार के खिसकता जाएगा।
इसकी शक्ति जनाधार की भरपाई करने के लिए कहीं ऐसा तो नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव आयोग जैसी स्वतंत्र और निष्पक्ष संस्था को अपने एक विभाग की तरह काम करने के लिए मजबूर कर रहे हैं? प्रदेश की जनता देख रही है कि मुख्यमंत्री एक के बाद एक ताबड़तोड़ घोषणा करते जा रहे हैं जिनकी शिकायत कांग्रेस पार्टी ने समय-समय पर निर्वाचन आयोग से की है। लेकिन यह बहुत आश्चर्य की बात है कि चुनाव आयोग ने उनमें से ज्यादातर शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं की है। इन सब बातों की वजह जानना भी हम सबके लिए जरूरी है।
अंत में मैं इतना ही कहूंगा पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे नेता माननीय श्री कमलनाथ जी ने स्पष्ट कर दिया है कि झूठ फरेब और अदाकारी की राजनीति के सामने कांग्रेस पार्टी सत्य के साथ खड़ी है। 15 महीने बाद प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार बनेगी संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ जलने वाले लोगों से जनता पूरा हिसाब लेगी।

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