उज्जैन नगर निगम के चुनाव 6 जुलाई 2022 को सम्पन्न होने जा रहे है महापौर और 54 पार्षद पद के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे है अनेक लोग निर्दलिय प्रत्याशी के रूप में भी अपना भाग्य आजमा रहे है। इन चुनावों में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, अनुसुचित जाति, अनुसुचित जन जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 51 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया है। महिलाओं को पर्याप्त आरक्षण प्रदान किया गया है बावजूद इसके प्रमुख राजनितिक दलों भाजपा और कांग्रेस ने उज्जैन शहर के 54 वार्डो में से लगभग 25 अनारक्षित वार्डो पर बड़ी संख्या में अन्य पिछड़ा वर्ग और अन्य आरक्षित वर्गों के पुरुष और महिला प्रत्याशियों को टिकिट दे दिया है यह कार्यवाही सामान्य अर्थात अनारक्षित वर्ग के साथ सामान्य अर्थात अनारक्षित सवर्ण वर्ग के साथ खुला अन्याय है। समुचा सवर्ण समाज उक्त विभाजनकारी निर्णय का डटकर प्रतिकार करेगा। मौजूदा परिस्थितियों में सवर्ण समाज ने व्यापक विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया है कि जिन-जिन भी अनारक्षित वार्डो में आरक्षित वर्ग से सम्बन्धित प्रत्याशियों को टिकिट दिया गया है वहां-वहां सवर्ण वर्ग के प्रत्याशियों चाहे वह निर्दलियों के रूप में खड़े हुवे हो उन सभी का सहयोग व समर्थन सवर्ण समाज द्वारा किया जावेगा। जिन आरक्षित वार्डो में सवर्ण समाज के बन्धु व बहने चुनाव मैदान में नहीं है वहां नोटा का विकल्प को वरियता दी जावेगी। साथ ही समूचा सवर्ण समाज अनारक्षित वार्डो में व्यापक जनजागरण के लिये भी सक्रीयता से कार्य करेगा। जिला निर्वाचन कार्यालय से अनुमति लेकर इस सम्बन्ध में प्रचार-प्रसार भी उक्त वार्डो में निरन्तर करेगा।
2022-06-21