प्रेस क्लब के आयोजन मे वक्ताओ ने कहा….
नारद जी से सीखे लोकहित की पत्रकारिता
उज्जैन। भगवान नारद जयंती पर सोसायटी फॉर प्रेस क्लब में व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने उपस्थितजनों को भगवान नारद जी से लोकहित की पत्रकारिता सीखने की बात कही।
व्याख्यानमाला की शुरूआत मां सरस्वती की प्रतिमा के पूजन अर्चन व दिप प्रज्जवलन के साथ हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांध्य दैनिक अक्षर विश्व के संपादक सुनील जैन ने की। व्याख्यानमाला में दैनिक अग्निपथ के संपादक अर्जुनसिंह चंदेल, अपना चैनल के वरिष्ठ पत्रकार राजेशसिंह कुशवाह, वरिष्ठ पत्रकार द्वारकाधीश चौधरी व वरिष्ठ पत्रकार शिवेंद्र तिवारी मुख्य अतिथि के रुप मे उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत प्रेस क्लब अध्यक्ष विशाल सिंह हाड़ा व अन्य पदाधिकारियो ने किया। जिसके पश्चात वरिष्ठ पत्रकार अर्जुनसिंह चंदेल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नारद मुनि ब्रह्मा जी के 7 मानस पुत्रों में से एक हैं उन्हें सृष्टि के पहले पत्रकार के रूप में जाना जाता है। नारद मुनि ने अपने जीवन में सूचनाओं का जो भी आदान प्रदान किया। वह हमेशा लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए किया। नारद मुनि को निरंतर चलायमान होने का वरदान प्राप्त था इसके कारण वे हर समय तमाम लोको में भ्रमण कर वहां के हालातों का जायजा लेते रहते थे जब भी किसी लोक में जाते तो वहां के दुख और सुख की सूचना को भगवान नारायण तक पहुंचाते थे। उनका मकसद सिर्फ लोगों का कल्याण होता होता था। एक पत्रकार का काम भी दो लोगों के बीच संवाद बनाना और विचारों के बीच मध्यस्थता करना होता है। नारद जी इस काम को बखूबी निभाते आए हैं इसीलिए उन्हें सृष्टि का पहला पत्रकार कहा जाता है। वरिष्ठ पत्रकार राजेश कुशवाह ने नारद जयंती पर वर्तमान समय में पत्रकारिता में पत्रकारों की भूमिका समझाने के साथ ही पत्रकारों को सदैव भ्रमण शील रहने की बात कही। इस दौरान आपने नारद जयंती पर प्रेस क्लब के ऐसे वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान करने का सुझाव दिया जो कि वर्षों से पत्रकारिता कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार द्वारकाधीश चौधरी ने कहा कि नारद जी से हमें लोकहित की पत्रकारिता सीखना चाहिए क्योंकि नारद मुनि सृष्टि के सभी लोगों में जाकर जब भी लोगों की परेशानी को देखते थे तो वहां का सारा हाल नारायण तक वो चाहते थे ताकि भगवान नारायण जल्द ही इस समस्या को दूर कर जनकल्याण कर सकें। वर्तमान समय में भी पत्रकारों को नारद जी के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। वरिष्ठ पत्रकार शिवेंद्र तिवारी ने बताया कि नारद जी की पत्रकारिता लोक कल्याणकारी थी लेकिन वर्तमान में आज की पत्रकारिता अपने आधुनिक फ्लेवर में एक व्यवसाय बनकर दिखाई देती है लेकिन फिर भी इसके लिए आदर्शों की तलाश तो करनी ही होगी। नारदीय परंपरा पत्रकारिता के उन्हीं आदर्शों में हैं जिन्हें देव ऋषि नारद ने युगों पहले देवलोक, पृथ्वी लोक में स्थापित कर चरैवेति चरैवेति करते हुए तीनों लोको की खबरों को सभी तक पहुंचाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार सुनील जैन ने वर्तमान समय में हमें नारद जी से उस पत्रकारिता को सीखने की जरूरत है जो वह किसी स्वार्थवश नहीं बल्कि लोकहित में किया करते थे। वर्तमान मे पत्रकारिता का स्वरूप जरूर बदला है लेकिन अब इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया देश में घटित होने वाली किसी भी घटना की जानकारी महज कुछ मिनटों में ही सभी लोगों तक पहुंच जाती है। व्याख्यानमाला मे स्वागत भाषण प्रेस क्लब उपाध्यक्ष प्रदीप मालवीय ने दिया। कार्यक्रम का संचालन कार्यकारिणी सदस्य हर्ष जायसवाल व आभार कार्यकारिणी सदस्य अशोक त्रिपाठी ने माना। कार्यक्रम के दौरान प्रेस क्लब उपाध्यक्ष डॉ गणपत सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष जितेंद्रसिंह ठाकुर, सहसचिव रवि सेन, कार्यकारिणी सदस्य राहुल यादव, गोविंद प्रजापत, अपूर्व देवड़ा, विकास शर्मा, प्रणव नागर, निलेश खोयरे, मनोज कुशवाह के साथ ही बड़ी संख्या में पत्रकार गण उपस्थित रहे।