उज्जैन शिप्रा नदी रामघाट पर तीन दिवसीय प्राकटय पर्व शुरू अमरावती की डाँक्टर मीरा नवसालकर की

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अब कृपा करों श्रीराम, दुख से तारो
-रामघाट पर तीन दिवसीय प्राकट्य पर्व शुरू
अमरावती की डॉक्टर मीरा नवसालकर
उज्जैन । धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी उज्जैन में संस्कृति संचनालय के माध्यम से चैत्र नवरात्रि के अवसर पर संस्कृति विभाग द्वारा एमपी टूरिज्म के सहयोग से प्राकट्य पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इस पर्व की शुरुआत उज्जैन में 8 अप्रैल की शाम को राम घाट पर हुई। इस आयोजप का शुभारंभ प्रदेश के पूर्व मंत्री श्री पारस जैन ने किया। इस अवसर पर जैन ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विशेष पहल नवरात्रि क अवसर पर की है।
उज्जैन के रामघाट में प्राकट्य पर्व के तहत 3 दिनों तक भगवान श्री राम की स्तुति अलग.अलग माध्यम से होगी। इसमें आज शुक्रवार को अमरावती की डॉक्टर मीरा नवसालकर एवं उनकी टीम भक्ति गान प्रस्तुत किया। डॉ नीरा ने हिंदी और मराठी में भजनों की प्रस्तुति दी। इसमें उन्होंने हिंदी में अब कृपा करो श्रीराम दुख तारो हमारे की सुमधुर प्रस्तुति से रामघाट को राम में भक्ति से सराबोर किया। उन्होंने उसके बाद मराठी गीत भी प्रस्तुत किए। रामघाट पर हिंदी और मराठी की संस्कृति का भी एक विशेष मिलन हुआ। बता दें कि डॉ मीरा 18 वर्षों से इस तरह से गायन की प्रस्तुति करती आ रही हैं। एक बहुत ही परिपक्व कलाकार हैं। नासिक के समूह मर्यादा रघुनंदनाय की प्रस्तुति दी। राघवराज भट्टए बेंगलुरु द्वारा श्री रामाय कुचिपुड़ी नृत्य की प्रस्तुत दी ।
आज 9 अप्रैल को ये होंगी प्रस्तुति
सुश्री रोजलीन सुंदार्येए पुरी द्वारा श्रीरामाय नमः की उड़ीसा नृत्य की समूह प्रस्तुति दी जाएगी। उज्जैन के श्री कुलदीप दुबे और उनके साथी कथक नृत्य की प्रस्तुत देगे। वहीं भोपाल की सुश्री दिव्या शर्मा भक्ति गान की प्रस्तुति देंगी। श्री अप्पू कुट्टन केरल की श्रीराम अभिषेकम पर कथकली नृत्य की प्रस्तुति होंगी।
अंतिम दिन 10 अप्रेल् को ये होंगी प्रस्मु
जबकि श्री सुरंजन ज्ञान एवं साथी जो पुणे से आ रहे हैए वे राम भक्ति के गीत से राम वंदना करेगे। प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की मंशा अनुसार मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं संस्कृति विभाग द्वारा चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश के 12 स्थलों पर प्राकट्य पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में उज्जैन का भी चयन किया गया है।

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