उज्जैन थाना नीलगंगा पुलिस को मिली सफलता। दवा बाजार की नकबजनी की दो धटनाओं में तीन आरोपी गिरफ्तार 06 लाख का माल मश्रुका बरामद चोरी का माल खरीदने वालों पर भी होगी कार्रवाई।

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*थाना नीलगंगा पुलिस को मिली सफलता*।

*दवा बाजार में लाखों की नकबजनी की दो घटनाओं में तीन आरोपी गिरफ्तार*।

*06 लाख का माल मश्रुका बरामद, चोरी का माल खरीदने वालों पर होगी कार्यवाही*।

 

पुलिस अधीक्षक *श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल* के मार्गदर्शन में जिले में संपत्ती संबंधी अपराधो की रोकथाम एवं अपराधियों का पता लगाने के संबंध में चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) *श्री अमरेन्द्र सिंह* नगर पुलिस अधीक्षक *श्रीमती हेमलता अग्रवाल* के निर्देशन में व थाना प्रभारी नीलगंगा *श्री तरुण कुरील* के नेतृत्व में थाना नीलगंगा पुलिस द्वारा दवा बाजार में हुई नकबजनी की दो घटनाओं में करीबन 40 लाख रुपये की दवा चोरी का खुलासा कर तीन आरोपीयों को गिरफ्तार कर करीब 06 लाख रुपये का माल मश्रुका को बरामद किया गया है। प्रकरण में आरोपियों से चोरी का माल खरीदने वाले एवं अन्य सहयोगियों की भी जानकारी मिली जिनसे चोरी गया और भी माल मश्रुका बरामद होने की संभावना है। आरोपियों के कुछ सहयोगियों से पूछताछ जारी है।

*घटना का विवरण*

*घटना क्र. 01* दिनांक 01.02.2022 को फरियादी ने रिपोर्ट किया कि उनकी दवा बाजार में अभय एजेन्सीस के नाम से दुकान है तथा होलसेल दवा का व्यापार करता है। विगत एक वर्षों से दुकान में रखी विभिन्न कंपनियों की दवाईयों के कार्टून कम हो गये थे तथा स्टाक चैक करने पर लगभग 200 कार्टून कम पाये गये। फरियादी की दुकान पर काम करने वाले पूर्व व वर्तमान कर्मचारियों पर शंका है कि उनके द्वारा दुकान की डुप्लीकेट चाबी बनवाकर ऊपर की दुकान में लगे शटर का ताला खोलकर रात के समय दवाईयों के कार्टून चुराये गये है।इस संबंध में थाना नीलगंगा पर *अपराध क्र. 57/22 धारा 457, 380 भादवि* का पंजीबद्ध किया गया है। *घटना क्र. 02* – दिनांक 04.02.2022 को फरियादी ने रिपोर्ट किया कि फरियादी की दवा बाजार में बोबल मेडीसीन सेंटर के नाम से दुकान है, तथा होलेसेल दवा का व्यापार करता हूँ। दिनांक 01.02.2022 को जब दवाईयों का स्टाक चैक किया तो कुछ दवाईयों कम पाई गई। सीसीटीव्ही कैमरे देखने पर दिनांक 29-30 जनवरी की दरमियानी रात को अज्ञात चोर द्वारा उपर वाली दुकान के वेंटीलेशन के काँच निकालकर दुकान के अंदर प्रवेश करते देखा गया तथा सीसीटीव्ही कैमरे बंद करना पाया गया। फरियादी की दुकान से लगभग 6-7 लाख रुपये की दवाईयाँ चोरी होने पर *अपराध क्रमांक 64/22 धारा 380 ,457 भादवि* का पंजीबद्ध किया गया है।

*पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही*

उक्त घटनाओं की विवेचना के दौरान दवा बाजार में लगे विभिन्न सीसीटीव्ही कैमरे चैक किये गये जिससे स्पष्ट हुआ कि घटना में तीन व्यक्ति शामिल है।आरोपी द्वारा पहने गये कपड़ों एवं हुलिया के आधार पर दवा बाजार के दवा दुकान के मालिकों एवं कर्मचारियों से पूछताछ की तो जानकारी मिली उक्त हुलिये का एक लड़का अभय एजेन्सीस में पूर्व में काम करने वाला युवक है। उससे पूछताछ की गई तो उसके द्वारा उसके दो अन्य साथियों के साथ घटना कारित करना बताया गया। उक्त युवक से अभय एजेन्सीस एवं बोबल मेडीसीन सेंटर से चोरी की गई दवाईयाँ किमती लगभग 02 लाख रुपये जप्त की गई। आरोपी युवक के अन्य साथी आरोपियों द्वारा पूछताछ में बताया गया है कि उनके द्वारा उक्त दवाईयाँ आधे दामों पर देवास निवासी एक व्यक्ति को एवं उज्जैन के दो-तीन व्यक्ति जो दवा व्यापार से संबंधित है को बेची गई है। जिसकी तस्दीक की जा रही है। *आरोपीयों के उक्त सहयोगियों से और भी माल मश्रुका बरामद किया जायेगा।

अपराध का तरीका*

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एक आरोपी जो अभय एजेन्सीस पर काम करता था वह मौका पाकर उपर की दूकान जिसका रास्ता नीचे की दुकान से भी था, के शटर में अंदर लगे ताले खोल देता था तथा रात के समय जब दवा बाजार में कोई नहीं रहता था तो वह अपने साथियों के साथ उपर की दूकान का शटर उठाकर दुकान के अंदर घुस जाते थे तथा दवाईयों के बक्से चूरा लेते थे। इसी प्रकार बोबल मेडिसीन सेंटर पर उपर की दूकान के वेंटीलेशन में लगे काँच निकाल लेते थे तथा वेंटीलेशन के रास्ते दुकान के अंदर घूसकर दवाईयों के बक्से चूराते थे। जिस दिन चोरी करना रहती थी उस दिन आरोपी तीसरी मंजील के बाथरूम के पास जाकर छिपकर बैठ जाते थे जहाँ कोई नहीं आता था। दूकान में घूसने के बाद आरोपी दूकान में लगे सीसीटीव्ही कैमरे बंद कर देते थे और चोरी करने के बाद पुनः चालू कर देते थे। आरोपी मुँह पर कपड़ा बाँधकर दूकान मे घूसते थे ताकि सीसीटीव्ही कैमरो में उनकी पहचान न होने पाए। चोरी करने के बाद आरोपी उक्त चुराई गई दवाईयाँ विवेकानंद कालोनी स्थित एक आरोपी के किराये के कमरे मे रखते थे और उनके सहयोगियों के माध्यम से आधे दामों में उक्त दवाईयों को बेचते थे। आरोपियों ने मुख्य रूप से देवास के एक कमीशन एजेंट व उज्जैन के एक मेडीकल स्टोर के संचालक द्वारा उक्त चोरी की दवायें खरीदना बताया है। इसके अलावा भी अन्य व्यक्तियों के इस अपराध में शामिल होने की संभावना है।

*जप्तशुदा मश्रुका*

*अपराध क्रमांक 57/22 में जप्त मशरुका* –फाईजर, रेनबैक्सीन, सनफार्मा, कैडीला, एल्केम, एरीस्टो, फ्रेंको इंडिया, एबोट कम्पनी की विभिन्न दवाईयाँ किमती- लगभग 03 लाख रुपये।

*अपराध क्रमांक 64/22 में जप्त मशरुका* — बोबल मेडीसीन सेंटर से चुराई गई नोवोनार्टीस एलार्गन, ईली लिली लुपीन, सनोफी, सिपला, यू. एस. व्ही, कम्पनी की दवाईयाँ किमती लगभग 03 लाख रुपये।

*कुल मश्रुका लगभग 06 लाख रुपए का आरोपी गणों से बरामद किया गया*।

*सराहनीय भूमिका*

निरीक्षक तरुण कुरील उनि जितेन्द्र सोलंकी, प्रआर 1246 राहुल कुशवाह, प्रआर 1262 दिग्वीजय सिंह, आर. 1200 अंकित चौहान, आर. 271 योगेन्द्र परमार द्वारा आरोपियों की पतारसी व गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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