खबरों के सत्यापन के महत्वपूर्ण सिध्दांत का पालन नही किया जा रहा है न्यूज में व्यूज को मिलाना खतरनाक काँकटेल है। जस्टिस रमना ने कहा

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सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा है कि स्वस्थ लोकतंत्र निडर और स्वतंत्र प्रेस से ही पनप सकता है। उन्होंने कहा, टीआरपी की दौड़ में खबरें दिखाने से पहले सत्यापन नहीं किया जा रहा है। सोशल मीडिया के जरिए ऐसी खबरें चंद सेकंड में ही बहुत तेजी से फैल जाती हैं। होड़ इस कदर है कि खबरों के सत्यापन के महत्वपूर्ण सिद्धांत का पालन नहीं किया जा रहा।मुंबई प्रेस के अवार्ड फंक्शन को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए सीजेआई ने कहा, न्यूज में व्यूज को मिलाना खतरनाक कॉकटेल है। इसलिए न्यूज में वैचारिक पूर्वाग्रहों की जगह तथ्य देने चाहिए। उन्होंने कहा, पत्रकारिता का पेशा उतना ही महान है, जितना कानूनी पेशा। कानूनी पेशेवर की तरह पत्रकार को भी मजबूत नैतिक बल की जरूरत होती है। पत्रकारों को किसी विचारधारा या सरकार का पैरोकार होने से बचना चाहिए। सीजेआई ने इस मौके पर तालिबानी हमले में मारे गए फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी को 2020 के लिए मरणोपरांत जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड दिया। अवॉर्ड दानिश की पत्नी फेड्रिक सिद्दीकी ने लिया।

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे