उज्जैन महाकालेश्वर भगवान को चाँदी का छत्र दान में प्राप्त एवं गौशाला में गिर गाय दान में प्राप्त हुई साथ ही नियमित दर्शनार्थियों की व्यवस्था निर्धारित की गई

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श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में नियमित दर्शनार्थियों की व्‍यवस्‍था निर्धारित। श्री महाकालेश्वर मंदिर में नियमित दर्शनार्थियों के दर्शन हेतु समय निर्धारण किया गया है। जिसमें वे  प्रातः 07 बजे से प्रातः 09 बजे एवं सायं 06 से रात्रि 08 बजे तक निर्धारित समय में श्री महाकालेश्‍वर भगवान के दर्शन हेतु भस्मार्ती द्वार क्रमांक 04 से प्रवेश कर वहॉ लगी बॉयोमेट्रिक मशीन में उपस्थिति दर्ज कराकर भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड ने जानकारी देते हुए बताया कि, मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री आशीष सिंह के निर्देशन में आगन्तुक नियमित दर्शनार्थीगण बॉयोमेट्रिक मशीन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के उपरांत भस्मार्ती द्वार नम्बर 4 से प्रवेश कर विश्रामधाम, रैम्प, मार्बल गलियारा से होते हुए द्वार नम्बर 6 के रास्ते सामान्य दर्शनार्थियों की भांति ही मंदिर में प्रचलित दर्शन व्यवस्था अनुसार भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन कर सकेंगे। प्रथम एवं द्वितीय बेरिकेट्स में नियमित श्रद्धालुओं को प्रवेश की पात्रता नहीं होगी
श्री धाकड ने कहा कि, नियमित दर्शनार्थीगणों की प्रतिमाह 90 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। नियमित दर्शनार्थी स्वयं निर्धारित समय में निर्धारित द्वार से दिन में एक बार मंदिर में दर्शन हेतु प्रवेश कर सकेंगे। अपने साथ किसी भी अन्य व्यक्ति को प्रवेश कराया जाना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। मंदिर में दर्शन हेतु निर्धारित समय के अतिरिक्त दिन में एक बार प्रवेश के उपरांत नियमित दर्शनार्थियों की दर्शन व्यवस्था सामान्य श्रद्धालु के समान रहेगी।
 विशेष पर्व (महाशिवरात्रि,नागपंचमी,श्रावण मास इत्यादि) पर प्रचलित दर्शन व्यवस्था अनुसार ही नियमित दर्शनार्थीगण मंदिर में दर्शन हेतु प्रवेश कर सकेंगे।
 नियमित दर्शनार्थीगण कर्तव्यरत अधिकारी / कर्मचारियों द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करेंगे, उल्लंघन की दशा में नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी। नियमित दर्शनार्थियों की मंदिर में प्रवेश अथवा दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित समय-समय पर प्रशासक श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के निर्देशानुसार परिवर्तनशील रहेगी। नियमित दर्शनार्थियों के लिए निर्धारित की गई दर्शन व्यवस्था भविष्य में अधिकार के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
आगन्तुक नियमित दर्शनार्थियों द्वारा उक्त आदेश का अक्षरशः पालन किया जाना अनिवार्य होगा

*महाकालेश्‍वर भगवान को चॉदी का छत्र दान में प्राप्‍त*

            उज्जैन 14 दिसम्‍बर 2021। श्री महाकालेश्‍वर भगवान के दर्शन हेतु पधारे इन्‍दौर  निवासी श्री भूपेश व्‍यास ने लगभग 530 ग्राम चॉदी का छत्र श्री महाकालेश्‍वर भगवान को अर्पित किया। श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री आर.के.तिवारी द्वारा दानदाता को विधिवत रसीद प्रदान कर सम्‍मान किया गया।

श्री महाकालेश्‍वर गौशाला में गिर गाय दान में प्राप्‍त
 
उज्जैन श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित चिन्‍तामण जवासिया स्थित श्री महाकालेश्‍वर गौशाला में गुजरात के बडोदरा से पधारे श्री धीरज कुमार पिता हरिदेव सेन ने श्री महाकालेश्‍वर भगवान की सेवा की भावना से (दूध अर्पण) एक गिर नस्‍ल की गाय मंदिर की गौशाला में दान की। श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के कार्यालय अधीक्षक श्री पी.एन.उदैनिया द्वारा दानदाता का सम्‍मान किया गया ।
मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड ने बताया कि, लगभग 12 वर्षों से श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा गौशाला का संचालन किया जा रहा है जिसमें सौ से अधिक गाय एवं बछडे है। गौशाला में गौमाता की सेवा हेतु भोजन की व्‍यवस्‍थाएं दान के माध्‍यम से ही की जाती है। दानदाता अपनी श्रद्धानुसार (घास, भूसा, चारा, खली आदि) दान कर सकते है।

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