राष्ट्रीय मल्लखम्ब प्रतियोगिता का आयोजन उज्जैन में माधव सेवा न्यास महाकाल मंदिर के पास होगा।
उज्जैन के लिए यह गौरव का क्षण है मध्यप्रदेश का राजकीय खेल मल्लखम्ब की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन आगामी 25 से 30 सितम्बर 2021 तक माधव सेवा न्यास महाकाल मंदिर के पास उज्जैन में होने जा रहा है जिसमें देश भर के विभिन्न प्रदेशो के सेकड़ो की संख्या में खिलाड़ी सम्मिलित होने वाले है आयोजन मध्यप्रदेश मल्लखम्ब एसो. एवं माधव सेवा न्यास के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित होगा ।
इस सम्बंध में मल्लखम्ब फेडरेशन ऑफ इण्डिया के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री किशोरी शरण श्रीवास्तव, मध्यप्रदेश में मल्लखम्ब एसो. के अध्यक्ष श्री सोनू गेहलोत एवं माधव सेवा न्यास के अध्यक्ष श्री विजय जी केवलिया ने भारत माता मदिंर पर पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए संयुक्त रूप से बताया कि मल्लखम्ब भारत का परमपरागत खेल है और उज्जैन शहर के लिए गर्व की बात है कि आगामी 25 से 30 सितम्बर तक 5 दिवसीय राष्ट्रीय 33वी सबजुनियर प्रथम बालक / बालिका 32वी सबजुनियर द्वितीय बालक/बालिका, 36वीं सिनियर पुरूष 33वी जुनियर पुरूष वर्ग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है जिसमे देश भर के 28 राज्यों से लगभग 28 से अधिक प्रांतो से 700 से ज्यादा खिलाड़ी सम्मिलित होंगे। यह कार्यक्रम माधव सेवा न्यास परिसर में आयोजित होगा। प्रतियोगिता का उदघाटन 26 सितम्बर को और समापन 30 सितम्बर को होने वाले है यह प्रतियोगिता में प्रदान किये जाने वाले पुरस्कार वर्ष 2020-21 के है, कोरोना की वजह से यह प्रतियोगिता आयोजित होने में विलम्ब हुआ है। कारोना के नियमों का पालन किया जायेगा । बाहर से आने वाले खिलाड़ीयों के लिए RTPCR टेस्ट अनिवार्य किया गया है खिलाड़ियों के अलावा देश भर से निर्णायक भी आ रहे हैं। साथ ही मल्लखम्ब फेडरेशन ऑफ इंडिया के सभी पदाधिकारी और खेलो इण्डिया के अधिकारी भी आने वाले है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सेकड़ो खिलाड़ी सोभा यात्रा के माध्यम से कार्यक्रम स्थल पर कोरोना गाईडलाईन का पालन करते हुए प्रवेश करेंगे। पुरे कार्यक्रम में दर्शकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा सिर्फ वर्चुअल एवं ऑनलाईन के माध्यम से दर्शक इस खेल को देख सकेंगे कार्यक्रम के दौरान एसोसिएशन कि वेबसाईट का लोकार्पण भी किया जायेगा।वही च्यवनप्राश का स्टाल भी बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सोशल डिस्टेंनसी व मास्क सेनेटाइजर साथ लाना अनिवार्य है वही दवाई डाँकटर एवं काड़े एवं आयुर्वेदिक दवाईयों के स्टाल अभी उपलब्ध रहेंगे